निरंकारी गीत (तुजे भूलना तो चाहा लेकिन भूल न पाया)

 निरंकारी गीत ads

तुझे भूलना तो चाहा.........। ads  


निरंकारी गीत (तुजे भूलना तो चाहा लेकिन भूल न पाया)


तेरा नाम जब भी लूँ मैं, दिल को सुकून आए,

तेरे ही रंग में रँग जाऊँ, यही अरमान छाए।

तुजे भूलना तो चाहा, लेकिन भूला न पाया,

ओ सतगुरु दाता, तेरा ही सहारा पाया।

तुझे भूलना तो....... । 

तेरी रहमतों के साये में, हर पल चैन पाया,

तेरी शिक्षा से जीवन को, जीने का ढंग आया।

तेरी रहमतों को देखूँ, दिल को चैन आता,

ओ सतगुरु दाता, तेरा ही सहारा पाया।

तुझे भूलना तो...... । 

जो राह दिखाई तुमने, उस पर चल पड़ा हूँ,

तेरे वचनों के सहारे, हर मुश्किल से लड़ा हूँ।

तेरा साथ हरदम पाया, जब भी खोया खुद को,

ओ सतगुरु दाता, तेरा ही सहारा पाया।

तुझे भूलना तो......। 

तेरी कृपा से जग सारा, लगता है अनमोल,

तेरे बिना सब सूना, तू जीवन का है बोल।

तेरी रहमतें हर पल, मेरे संग रह जाएं,

ओ सतगुरु दाता, तेरा ही सहारा पाया।

तुझे भूलना तो........। ads  

यह गीत निरंकार के प्रति भक्त की अटूट श्रद्धा और आभार को व्यक्त करता है।

 Writed bhanupratap 


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